रजा मुराद का पिता को श्रद्धांजलि
मुंबई, 24 सितंबर। प्रसिद्ध अभिनेता रजा मुराद ने अपने पिता मुराद की 114वीं जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पिता के साथ एक पुरानी तस्वीर साझा की, जिसमें उन्होंने लिखा, "आज मेरे दिवंगत पिता, मुराद साहब की 114वीं जयंती है (24.09.1911)। वह एक प्रसिद्ध कैरेक्टर आर्टिस्ट थे, जिनका फिल्मी करियर 1940 के दशक से लेकर 1990 के दशक तक फैला। मैंने भी उनके मार्ग पर चलते हुए अभिनय की दुनिया में कदम रखा। उन्होंने मुझे 1969 में एफटीआईआई, पुणे में दाखिला दिलवाया था। मेरे पिता ने मुझे अनुशासन, समय की पाबंदी और प्रोफेशनलिज्म का महत्व सिखाया। उनका अभिनय सफर अद्भुत था।"
उन्होंने आगे कहा, "वह उर्दू और फारसी में बहुत कुशल थे। इसके अलावा, वह एक दयालु इंसान थे, जो जरूरतमंद दोस्तों की मदद करते थे, लेकिन कभी भी अपनी दी गई मदद वापस नहीं मांगते थे। उन्होंने 24 अप्रैल 1987 को इस दुनिया को अलविदा कहा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। आमीन।"
रजा मुराद के पिता का असली नाम हामिद अली मुराद था, लेकिन वे मुराद के नाम से जाने जाते थे। वे भारतीय सिनेमा के एक प्रतिष्ठित कैरेक्टर आर्टिस्ट थे।
मुराद ने अपने करियर में 200 से अधिक फिल्मों में काम किया है, जिनमें से अधिकांश 1940 से 1980 के बीच की हैं। इसलिए उन्हें अंग्रेजों के जमाने का अभिनेता भी कहा जाता है।
उन्होंने 1943 में फिल्म 'नजमा' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की, लेकिन असली पहचान महबूब खान की 'अनमोल घड़ी', 'अंदाज', 'आन', और 'अमर' जैसी फिल्मों से मिली।
उनकी कुछ प्रसिद्ध फिल्मों में 'आन', 'अंदाज', 'अनमोल घड़ी', 'दिलवाला', 'दो बीघा जमीन', और 'मुगल-ए-आजम' शामिल हैं।
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